उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सर प्लस वाला प्रदेश हो गया है, यहां पैसे की कोई कमी नहीं है-मुख्यमंत्री
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक के दौरान उन्हें जनता की समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान सुनिश्चित कराए जाने हेतु विशेष निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 837 करोड़ का बजट है। उन्होंने कहा कि वाराणसी नगर निगम में जनता द्वारा पहली बार इतना बड़ा बहुमत दिया गया है। बनारस के इतिहास में विगत 9 वर्षों में विकास की एक नई गाथा लिखी गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्व के सबसे पुराने नगरी काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि महानगर के विकास के लिए आप लोग नीव के पत्थर है।
उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सर प्लस वाला प्रदेश हो गया है, यहां पैसे की कोई कमी नहीं है-मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश सरकार ने 5.50 करोड़ लोगों को गरीबी से मुक्त कर मुख्यधारा में शामिल किया है-योगी आदित्यनाथ
काशी की स्वच्छता प्राथमिकता में हैं-सीएम
पार्षदगण नागरिकों के साथ बैठे, उनकी समस्याओं को सुने और स्वच्छता रैली भी निकाले
नगर को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त करे और प्लास्टिक एवं उसके उत्पादों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए-योगी आदित्यनाथ
पार्षद, महानगर के विकास के लिए नीव के पत्थर है-मुख्यमंत्री
शहरों में सड़कों एवं गलियों की नियमित सफाई के दौरान मौके से कूड़े का उठान तत्काल सुनिश्चित हो-योगी
बनारस के इतिहास में विगत 9 वर्षों में विकास की एक नई गाथा लिखी गई है-मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री विश्व के सबसे पुराने नगरी काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं-योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ एवं काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन कर लिया आशीर्वाद
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जाय-योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने कांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु परम् पूज्यश्री श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज से मुलाकात कर कुशलक्षेम पूछा
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक के दौरान उन्हें जनता की समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान सुनिश्चित कराए जाने हेतु विशेष निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 837 करोड़ का बजट है। उन्होंने कहा कि वाराणसी नगर निगम में जनता द्वारा पहली बार इतना बड़ा बहुमत दिया गया है। बनारस के इतिहास में विगत 9 वर्षों में विकास की एक नई गाथा लिखी गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्व के सबसे पुराने नगरी काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि महानगर के विकास के लिए आप लोग नीव के पत्थर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि शहर की स्वच्छता एवं नगर निगम का बांड जारी किया जाना।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता के द्वारा ही नगर निगम की ब्रांडिंग होगी। जो रिफार्म के लिए तैयार करेगा। टेलीकॉम क्षेत्र में आए क्रांतिकारी बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रिफॉर्म से मार्केट बढ़ता है तथा विकास की नई गाथा लिखी जाती है। उन्होंने महानगर क्षेत्र में पुराने जर्जर दुकानों की जगह नए कंपलेक्स बनाए जाने पर विशेष जोर दिया। हाउसिंग के क्षेत्र में भी उन्होंने बदलाव किए जाने पर जोर दिया। जिससे मलिन बस्तियों में रह रहे लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाया जा सके। सभी के विकास के लिए समग्र दृष्टि अपनाये जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने इसके लिए नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण को नई रणनीति के साथ आगे आने को कहा। उन्होंने निजी क्षेत्रों की भागीदारी पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने अन्य सेक्टरों को भी चिन्हित किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे भी पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि नगर निगम के चालू वित्तीय वर्ष में 837 करोड़ के बजट को बढ़ाकर 2500 करोड़ किए जाने पर विशेष जोर दिया। इसके लिए संभावनाओं को तलाश कर उसे इम्प्लीमेंट किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 2016-17 में एक्ससाइज से 12 हजार करोड़ की एक्साइज ड्यूटी मिलती थी, जो वर्तमान में बढ़कर 52 हजार करोड़ हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 2016-17 में उत्तर प्रदेश सरकार की बजट 3 लाख करोड़ की रही, जो वर्तमान में बढ़कर 7 लाख करोड़ की हो गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश रेवेन्यू सर प्लस वाला प्रदेश हो गया है, यहां पैसे की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 5.50 करोड़ लोगों को गरीबी से मुक्त कर मुख्यधारा में शामिल किया है। उन्होंने विगत जी20 कार्यक्रम के दौरान किए गए तैयारियों की तारीफ करते हुए जनप्रतिनिधियों को इसे जन सहभागिता एवं जन आंदोलन की तर्ज पर इसे आगे बढ़ाए जाने पर विशेष जोर दिया।
जिससे शहर की स्वच्छता कायम रहे। उन्होंने कहा कि काशी की स्वच्छता प्राथमिकता में है। उन्होंने कूड़ा प्रबंधन को प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराए जाने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि पार्षदगण नागरिकों के साथ बैठे, उनकी समस्याओं को सुने और स्वच्छता रैली भी निकाले।
उन्होंने नगर को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त किये जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि प्लास्टिक एवं उसके उत्पादों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए। इसमें जन जागरूकता के साथ ही आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्यवाही सुनिश्चित कराए जाने का उन्होंने विशेष निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहरों में सड़कों एवं गलियों की नियमित सफाई के दौरान मौके से कूड़े का उठान तत्काल सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया।
खाली पड़े प्लाटों में कूड़े की डंपिंग न होने पाए। साथ ही खाली पड़े प्लाटों की सफाई भी सुनिश्चित कराई जाए। मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शहर के पार्कों में वृहद वृक्षारोपण कराया जाए। उन्होंने शहर की सड़कों के दोनो तरफ खाली पड़े स्थानों पर भी वृक्षारोपण जन सहभागिता से सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया।
काशी में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्गों पर तरफ सजावटी फूलों वाले पौधों का रोपण कराए जाने का निर्देश दिया। शहर में सिटी फॉरेस्ट विकसित किए जाने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने शहर की सुंदरता के लिए अनाधिकृत होर्डिंग हटवाए जाने का निर्देश देते हुए डिजिटल डिसप्ले बोर्ड को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया। जिससे नगर निगम की आय में बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने सेफ सिटी की दिशा में पुलिस, विकास प्राधिकरण, बैंकर्स, निजी संस्थाएं तथा उद्यमियों के साथ बैठक कर वृहत पैमाने पर सीसीटीवी लगवाए जाने पर विशेष जोर दिया। इससे शहर सुरक्षित रहेगी और अपराध पर अंकुश लगेगा। उन्होंने शहर की यातायात व्यवस्था को और सुद्रण किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि आम जनमानस को बेहतर सुविधा मिल सके।
आगामी 100 वर्षों की आवश्यकता के दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम सदन के भवन को मल्टीपरपज बनाए जाने पर विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप जोर देते हुए कहा कि शहर के विकास के लिए नवीन तकनीकी का इस्तेमाल किया जाए। हेरिटेज पोलो में विधुत प्रवाह कतई न होने पाए,
इसके लिए प्रभावी कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित कराई जाए। विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त कराए जाने का भी उन्होंने निर्देश दिया। प्रदेश में विद्युत की कोई कमी नहीं है।
वाराणसी में निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रत्येक दशा में सुनिश्चित हो। इसमें लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी तय किए जाने का भी उन्होंने उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र को ऑनलाइन किए जाने का उन्होंने निर्देश दिया।
शहर में पार्को के रखरखाव की व्यवस्था स्थानीय लोगों को सौपे जाने पर उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि इससे लोगों की जन सहभागिता सुनिश्चित होगी और पार्कों का सही ढंग से रखरखाव भी होगा। शहर में कहीं भी सीवर एवं जलजमाव की समस्या नहीं आनी चाहिए।
स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु अमृत योजना अंतर्गत कराये जा रहे कार्यों को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर समय सीमा में पूर्ण कराए जाने का उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है, केवल पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किये जाने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। उन्होंने श्रावण मास के पश्चात स्वच्छता जागरूकता के लिये महानगर स्तर पर बड़ी रैली कराए जाने पर जोर दिया।
नगर में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए पुलिस व नगर निगम को अच्छी यातायात व्यवस्था के साथ ही टूरिस्ट पुलिस की काउंसलिंग पर विशेष दिया। लोगों से पर्यटकों से अच्छा व्यवहार किए जाने की अपेक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे यहां आने वाले पर्यटक अच्छा संदेश के साथ अपने स्थानों को जाय।
प्रधानमंत्री के अपेक्षा के अनुसार काशी की सुन्दरता को स्थाई बनाए जाने तथा स्वच्छता रैंकिंग में काशी अग्रणी आए, यही उन्होंने सभी से अपेक्षा की।
नगर आयुक्त शिपू गिरी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष नगर निगम की वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व में वाराणसी में 90 वार्ड थे, जो कि वर्तमान में बढ़कर 100 हो चुके हैं। पूर्व में नगर निगम का दायरा 82 वर्ग किलोमीटर का था, जो कि वर्तमान में बढ़कर 186 वर्ग किलोमीटर हो चुका है।
जोन को 5 से बढ़ाकर 8 किया गया है तथा नगर निगम का वर्तमान बजट कुल 837 करोड़ है तथा व्यय 820 करोड़ का है तथा पूंजीगत व्यय लगभग 400 करोड़ का है। उन्होंने बताया कि नगर निगम के राजस्व में लगातार वृद्धि के प्रयास किये जा रहे, जिसमें जीआईएस सर्वे, विज्ञापन तथा म्युनिसिपल बांड बड़ी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा की गृहकर वसूली को पिछले वर्ष के 60 करोड़ के सापेक्ष 100 करोड़ किया गया है जिसमें पीओएस मशीन तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सहायता लिया जा रहा है।
उन्होंने गंगा के 88 घाटों पर नगर निगम द्वारा की जा रही सफाई का भी जिक्र किया। नगर आयुक्त द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष कार्मिकों की कम उपलब्धता का जिक्र किया गया। जिसपर मुख्यमंत्री ने कमिश्नर को नगर विकास से वार्ता करके पर्याप्त कार्मिक सुनिश्चित कराने को कहा। नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम वर्तमान में 100 करोड़ के म्युनिसिपल बांड जारी करने जा रहा
जिसको की जलकल परिसर में बजट होटल, सिगरा स्टेडियम तथा आदमपुर जोनल परिसर में अंडरग्राउंड काम्प्लेक्स के माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा। नगर आयुक्त द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष गंगा नदी में 1500 डीज़ल नावों में 750 को सीएनजी में बदलने, नगर निगम के 175 पार्कों में ओपन जिम खोलने व रिकार्ड रूम/अभिलेखागार के आधुनिकीकरण की बात भी रखी गयी।
बैठक में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, पूर्व एमएलसी अशोक धवन, मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, डॉ अवधेश सिंह सहित सभी पार्षद प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने काल भैरव एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी के कोतवाल काल भैरव एवं देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री ने श्रावण मास के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने देने की अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाबा भक्तों को बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए।
उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि अत्यधिक गर्मी के दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिसर में पीने के पानी की व्यवस्था के साथ ही पंखा-कूलर आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जिससे बाबा भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कांची कामकोटि पीठाधीश्वर से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री कांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु परम् पूज्यश्री श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती जी महाराज से मठ में मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा।
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