फुटबॉल मैदान का अस्तित्व बचाने में हम आपके साथ : मुरारी दास, राष्ट्रीय संगठन संयोजक, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
वाराणसी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आर एस एस के वरिष्ठ प्रचारक व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संगठन संयोजक श्री मुरारी दास जी ने बेनियाबाग पार्क स्थित फुटबॉल ग्राउंड में बनारस स्पोर्टिंग क्लब के सदस्यों व खिलाड़ियों से मुलाकात की। खिलाड़ियों को भविष्य में अच्छा खेलने के साथ-साथ अच्छी पढ़ाई करने की नसीहत देते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। खिलाड़ियों को माला पहनाकर उनका प्रोत्साहन किया बनारस स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के वरिष्ठ संगठन संयोजक मुरारी दास जी को अपनी व्यथा सुनाई उन्होंने कहा बेनियाबाग में स्थित फुटबॉल ग्राउंड सैकड़ों साल पुराना है और सन 1936 से अनवरत इस मैदान में फुटबॉल के विभिन्न टूर्नामेंट और खेल आयोजन होते आ रहे हैं।
वाराणसी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आर एस एस के वरिष्ठ प्रचारक व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संगठन संयोजक श्री मुरारी दास जी ने बेनियाबाग पार्क स्थित फुटबॉल ग्राउंड में बनारस स्पोर्टिंग क्लब के सदस्यों व खिलाड़ियों से मुलाकात की। खिलाड़ियों को भविष्य में अच्छा खेलने के साथ-साथ अच्छी पढ़ाई करने की नसीहत देते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया
। खिलाड़ियों को माला पहनाकर उनका प्रोत्साहन किया बनारस स्पोर्टिंग क्लब के पदाधिकारियों ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के वरिष्ठ संगठन संयोजक मुरारी दास जी को अपनी व्यथा सुनाई उन्होंने कहा बेनियाबाग में स्थित फुटबॉल ग्राउंड सैकड़ों साल पुराना है और सन 1936 से अनवरत इस मैदान में फुटबॉल के विभिन्न टूर्नामेंट और खेल आयोजन होते आ रहे हैं। विगत दिनों स्मार्ट सिटी द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों में इस फुटबॉल ग्राउंड को भव्य स्वरूप प्रदान करने का वादा किया गया था।
लेकिन समय बीतने के साथ-साथ बेनियाबाग को मूर्त रूप देने के साथ-साथ फुटबॉल ग्राउंड छोटा होता चला गया और अब आलम यह है 80/120 का फुटबॉल ग्राउंड अपना अस्तित्व खोता हुआ नजर आ रहा है। बनारस स्पोर्टिंग क्लब के सचिव नूर आलम ने बताया कि यह फुटबॉल ग्राउंड पूर्वांचल का मक्का कहा जाता है।
इस ग्राउंड में कई नेशनल इंटरनेशनल खिलाड़ी उभरे हैं जिन्होंने प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। कई खिलाड़ी सरकारी नौकरी में है जबकि कई खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं कई खिलाड़ी आज भी बिना किसी शुल्क के यहां के बच्चों को फुटबॉल के गुर सिखाते हुए नजर आते हैं फुटबॉल ग्राउंड की टीम पूर्वांचल के विभिन्न टीमों को लगातार हराती आई है ।
यही नहीं इस दुनिया में फुटबॉल ग्राउंड का इतिहास भी सैकड़ों साल पुराना आजादी की लड़ाई के समय का है जब बेनियाबाग का फुटबॉल ग्राउंड अंग्रेजों से बेनी प्रसाद ने लिया था जिस का योगदान आजादी की लड़ाई में भी रहा है आज अपना अस्तित्व बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।
सारी बातों को गौर से सुनने के बाद मुरारी दास जी ने संबंधित सभी क्रीड़ा अधिकारियों और प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री जिलाधिकारी कमिश्नर स्मार्ट सिटी समेत सभी संबंधित खेल अधिकारियों व मंत्रियों को सूचना देने की बात कही इसके साथ-साथ उन्होंने कहा आने वाले वक्त में इस की लड़ाई जोरों शोरों से लड़नी पड़ेगी
इसके लिए आप तैयार रहें। प्रधानमंत्री का सपना खेलो इंडिया आगे बढ़ना है तो फुटबॉल ग्राउंड का किसी भी कीमत पर अस्तित्व बचाए रखना होगा। फुटबॉल ग्राउंड को बचाये रखने के लिए आपके संघर्ष में हम आपके साथ हैं। बताते चलें कि आये दिन खिलाड़ियों को फुटबॉल खेलने के लिए के तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
आप बनारस स्पोर्टिंग क्लब की तरफ से मुलाकात करने वालों में सचिव नूर आलम , अध्यक्ष आर वी गिल, विनोद कन्नौजिया, राकेश कुमार जोशी, कासिम, महताब आलम, कोच राजू, डॉक्टर गुफरान जावेद उपस्थित रहे।
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