जाम से मिलेगा निजात , वाराणसी को मिला 10 वाटर टैक्सी , हुआ ट्रायल रन

वाराणसी:-  सीएसआर के माध्यम से वाराणसी को 10 वाटर टैक्सी मिली है। इन वाटर टैक्सियों का बुधवार को कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम और नगर आयुक्त शिपु गिरी के साथ एनडीआरएफ के अधिकारियों की निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने कई सारे बदलाव की बात कही।  उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सावन में ये वाटर टैक्सियां श्रद्धालुओं को गंगा द्वार से बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराएं।  वाराणसी पहुंची इस वाटर टैक्सी के बारे में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसकी क्षमता 80 लोगों के बैठने की है पर हम इसमें सुरक्षा और व्यवस्था की दृष्टि से 40 लोगों की क्षमता के साथ इसे मोडिफाई करवाने जा रहे हैं।

जाम  से मिलेगा निजात ,  वाराणसी को मिला 10  वाटर टैक्सी , हुआ ट्रायल रन 


 वाराणसी:-  सीएसआर के माध्यम से वाराणसी को 10 वाटर टैक्सी मिली है। इन वाटर टैक्सियों का बुधवार को कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम और नगर आयुक्त शिपु गिरी के साथ एनडीआरएफ के अधिकारियों की निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने कई सारे बदलाव की बात कही।  उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सावन में ये वाटर टैक्सियां श्रद्धालुओं को गंगा द्वार से बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराएं।  वाराणसी पहुंची इस वाटर टैक्सी के बारे में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसकी क्षमता 80 लोगों के बैठने की है पर हम इसमें सुरक्षा और व्यवस्था की दृष्टि से 40 लोगों की क्षमता के साथ इसे मोडिफाई करवाने जा रहे हैं। 

पैसेंजर बोट में होगी कन्वर्ट 
इस सम्बन्ध में कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि सीएसआर के माध्यम से हमें 10 नाव वाराणसी में संचालन के लिए मिली है। इसे हम लोग पैसेंजर बोट में कैसे कन्वर्ट करें और अस्सी घाट से राजघाट तक इसका संचालन कैसे किया जाए इसे लेकर निरिक्षण किया गया है। सावन में यह संचालन शुरू हो जाए इसके लिए भी अधिकारियों से चर्चा की गई है। 

ज्यादा लोग गंगा द्वारा से पहुंचे बाबा के धाम

कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कहा कि ज्यादा लोग इस वर्ष गंगा द्वार से दर्शन करें इसके लिए हम प्रयासरत हैं। यह वाटर बोट निश्चित अंतराल पर चलेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु बाबा धाम गंगा द्वार से पहुंच सके।  

मोडिफाई होंगी सभी बोट 
कमिश्नर ने बताया कि हमें दस बोट मिली है, जिसमें शव वाहिनी और एम्बुलेंस भी है। एम्बुलेंस और शव वाहिनी पहले से चल रहीं हैं। ऐसे में एक एम्बुलेंस और एक शववाहिनी को छोड़कर सभी को हम वाटर बोट के रूप इमें इस्तेमाल करेंगे। इसके लिए सभी को मोडिफाई करेंगे जिसके लिए दस दिनों में यहां इंजिनियर आ जाएंगे। हम ऐसा डिजाइन करवाएंगे कि श्रद्धालुओं को दिक्कत न आए। 

नमो घाट नहीं होगा स्टॉप 
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने यह क्लियर किया कि इस वाटर बोट का स्टेशन नमो घाट पर नहीं बनाया जाएगा, क्योंकि नमो घाट की दूरी बहुत है और यहां हर वक़्त पर्यटकों की भीड़ रहती है। इसलिए राजघाट, ललिता घाट, दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर स्टेशन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि आने वाले दिनों में इस योजना से नाविक भी जुड़ेंगे तो हम और वाटर बोट यहां से चलवाएंगे ताकि लोगों को सुविधा मिले। इसके बाद स्टेशनों में भी इजाफा किया जाएगा।

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