सिद्ध होता दिख रहा है अन्नदाताओं के लिए योगी सरकार का संकल्प
वाराणसी, 21 जुलाई। योगी सरकार का अन्नदाता किसानों के लिए लिया गया संकल्प अब सिद्ध होता दिख रहा है। किसान उद्यमी बन अपना उत्पाद देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बेच पा रहे है। एपीडा की मदद से हर साल किसानों की सब्जी और फलों का एक्सपोर्ट बढ़ता जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 404 मीट्रिक टन निर्यात में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही के मुकाबले इस वर्ष 248 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट के बनने से निर्यात के और बढ़ने की संभावना बढ़ी है।
सिद्ध होता दिख रहा है अन्नदाताओं के लिए योगी सरकार का संकल्प
-अब उद्यमी बन अपना उत्पाद देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बेच पा रहे हैं किसान
-2022-23 के मुकाबले 2023-24 के पहले तिमाही में 248 प्रतिशत की निर्यात में हुई वृद्धि
-वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2022 -23 में 404 मीट्रिक टन बढ़ा निर्यात
-एपीडा ने कोरोना काल के दौरान अप्रैल 2020 में पहली बार ब्रिटेन भेजी थी हरी मिर्च
वाराणसी, 21 जुलाई। योगी सरकार का अन्नदाता किसानों के लिए लिया गया संकल्प अब सिद्ध होता दिख रहा है। किसान उद्यमी बन अपना उत्पाद देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बेच पा रहे है। एपीडा की मदद से हर साल किसानों की सब्जी और फलों का एक्सपोर्ट बढ़ता जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 404 मीट्रिक टन निर्यात में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही के मुकाबले इस वर्ष 248 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इंटीग्रेटेड पैक हाउस फॉर फूड एंड वेजिटेबल एक्सपोर्ट के बनने से निर्यात के और बढ़ने की संभावना बढ़ी है।
विदेशों में फैल रही पूर्वांचल की मिट्टी की खुश्बू
पूर्वांचल की मिट्टी की सोंधी खुश्बू विदेशो में फैल रही है। किसानों की मेहनत और योगी सरकार की रणनीति रंग ला रही है। एपीडा के उप महाप्रबंधक डॉ सी.बी.सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से सब्जियों और फलों की उपज अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग के अनुरूप होने लगी है। जिसका परिणाम ये हुआ कि पूर्वांचल की पेरिशेबल उत्पाद की मांग अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ने लगी है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले तिमाही के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले तिमाही में 248 प्रतिशत की निर्यात में वृद्धि हुई है। वही वित्तीय वर्ष 2021-22 में 157 मीट्रिक टन और वित्तीय वर्ष 2022-23 में 561 मीट्रिक टन सब्जी और फलों का निर्यात हुआ है।
एपीडा की मदद से बढ़ रहा निर्यात
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वर्ष 2020 में वाराणसी में कार्यालय खोलकर राज्य सरकार की मदद से निर्यात को बढ़ाया है। एपीडा ने कोरोना काल में अप्रैल 2020 में पहली बार ब्रिटेन हरी मिर्ची भेजी थी। वाराणसी से मुख्यतः खाड़ी देश,यूरोप,नेपाल,बांग्लादेश आदि देशो को हरी मिर्ची, भिंडी, परवल, हरी मटर, आम, लीची, केला, कुंदरू, अमरुद, आम, अरुवी, सहजन, लौकी, कटहल, अरवी, बैगन, आंवला, सहजन, खरबूजा आदि निर्यात हो रहा है।
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