"प्रांकुर" में युवाओं ने साझा किया फ्रीलांसिंग यात्रा का अनुभव
लखनऊ की नॉन प्रॉफिट संस्था मेधा द्वारा एक वर्चुअल कार्यक्रम ‘प्रांकुर’ का आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं ने अपनी फ्रीलांसिंग यात्रा के अनुभवों को साझा किया। फ्रीलांसिंग के क्षेत्र में करियर बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे युवाओं में लड़कियों की भागीदारी सबसे ज्यादा रही। कार्यक्रम में उपस्थित 168 से ज्यादा युवाओं में 80% लड़कियां आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। मेधा द्वारा आयोजित किए गए प्रांकुर कार्यक्रम में कुछ ऐसी ही युवा महिलाओं ने भी अपनी फ्रीलांसिंग यात्रा को साझा किया। *युवाओं की फ्रीलांसिंग यात्रा को सुनने के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं के पदाधिकारियों उपस्थित रहे।* कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेधा के को- फाउंडर ब्योमकेश मिश्र जी रहे।*
‘प्रांकुर’ मेधा द्वारा संचालित ‘स्वारम्भ’ कार्यक्रम के प्रतिभागियों की फ्रीलांसिंग यात्रा का जश्न मनाने के लिए एक कार्यक्रम है। स्वारम्भ के तहत, मेधा उत्तर प्रदेश के युवाओं, खास कर युवा महिलाओं को अपने फ्रीलांसिंग करियर को स्टार्ट करने में सक्षम बना रही है। यूपी के विभिन्न हिस्सों से 168 से अधिक स्वारम्भ के छात्र छात्राएं अपने अनुभव साझा करने के लिए एक मंच पर आए।
यह आयोजन प्रतिभागियों के धैर्य, उत्साह और विविध प्रतिभाओं के प्रदर्शन के लिए रखा गया। जिसमें लेखन, उत्पाद डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन जैसे क्षेत्रों में सफल फ्रीलांसर के रूप में कार्य कर रहे युवा लड़के लड़कियां जुड़े। इसमें मुख्य रूप से वाराणसी और प्रयागराज के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के ब्लॉक के युवाओं ने भी लिया हिस्सा
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को आगे बढ़ाने के लिए उनके संसदीय क्षेत्र के 100 से ज्यादा युवाओं ने ‘स्वारंभ’ की मदद से फ्रीलांसिंग को अपना करियर बनाया। नीति आयोग द्वारा गोद लिए गए ब्लॉक से भी युवाओं ने फ्रीलांसिंग को चुना।
कार्यक्रम में हर क्षेत्र की प्रतिभागियों ने अपने अपने कार्य के बारें में बताया। प्रयागराज से लेकर वाराणसी तक सभी प्रतिभागियों ने अपनी फ्रीलांसिंग यात्रा का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि वो ‘स्वारम्भ’ में जुड़ कर अपने करियर को कैसे आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनको सोशल मीडिया के प्रयोग, उत्पादों के विज्ञापन करने, यूट्यूब वीडियो बनाने, लेखन के क्षेत्र में कार्य करने के विषय में जानकारियां मिली।
एक दूसरे को अपने अनुभव और सीख बताते हुए उन्होंने सब को प्रेरित किया। ‘स्वारम्भ’ कार्यक्रम में वह कई मेंटर से मिले, जैसे मेकअप आर्टिस्ट, कंटेंट राइटर, और टेक-यूट्यूबर। अपने काम और प्रोजेक्ट को बता कर उन्होंने अपने सपने भी साझा किए, जैसे फैशन डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर बनना और पब्लिक स्पीकर बनना।
इन कॉलेजों के युवाओं ने लिया हिस्सा
गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज, वाराणसी, गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज, प्रयागराज, एस.एस. खन्ना डिग्री कॉलेज, प्रयागराज, ईश्वर सरन डिग्री कॉलेज, प्रयागराज, गवर्नमेंट गर्ल्स डिग्री कॉलेज, डीएलडब्ल्यू, वाराणसी, गवर्नमेंट गर्ल्स डिग्री कॉलेज सेवापुरी, वाराणसी आदि कॉलेजों के 168 से ज्यादा युवाओं ने ‘स्वारंभ’ से जुड़कर फ्रीलांसिंग यात्रा की शुरुआत की।
इवेंट के दौरन स्वारम्भ में मेधा की पार्टनर संस्था, से शक्ति कुमार ने फ्रीलांसरों के उत्साह की दाद दी और उन्हें प्रोत्साहित किया। ऐक्सिस बैंक फाउंडेशन के सीनियर मैनेजर, श्री शक्ति कुमार और मेधा के को-फाउंडर श्री ब्योमकेश मिश्रा ने स्टूडेंट्स के काम को सराहते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
युवाओं के फ्रीलांसिंग यात्रा के अनुभवों को सुनने के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। जिनमें मुख्य रूप से निधि भसीन- कार्यकारी निदेशक, नैसकॉम फाउंडेशन, अभिषेक गुप्ता- संस्थापक और सीईओ, नवगुरुकुल, अभिषेक गुप्ता- सीओओ, युवा, यूनिसेफ, गीतांजलि गौर- लीड सीएसआर और ईएसजी, किंड्रिल इंडिया, अतुल्य मिश्रा- मैनेजर, माइक्रोसेव कंसल्टिंग, शक्ति कुमार- प्रोग्राम मैनेजर, एक्सिस बैंक फाउंडेशन आदि लोगों ने युवाओं के अनुभवों को सुना। इस अवसर पर मेधा से प्रीति सिंह वाइस प्रेसिडेंट, कृष्णा जयसवाल असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, जयंत सिंह सीनियर प्रोग्राम मैनेजर, अजय कुमार सीनियर प्रोग्राम मैनेजर, प्रखर मित्र, विवेक यादव, अंबालिका, प्रगति, किशन लोग मौजूद रहे।
मेधा के बारे में
मेधा युवाओं को स्कूल के बाद के जीवन के लिए बेहतर तरीके से तैयार करती है। 21वीं सदी के कौशल प्रशिक्षण, करियर परामर्श और पुर्व छात्रों के समर्थन का उपयोग करते हुए, युवाओं को उनके पसंद के करियर पथ पर ले जाता है।
What's Your Reaction?