IPL 2023 / 'Dream11 में खेलना और पैसा लगाना हराम', दारुल उलूम ने जारी किया फतवा

हमारे देश में क्रिकेट प्रेमियों के लिए आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग का सीजन किसी त्योहारी सीजन की तरह होता है। इस समय आईपीएल का 16वां सीजन चल रहा है और लोग इसका खूब लुत्फ उठा रहे हैं।

IPL 2023 / 'Dream11 में खेलना और पैसा लगाना हराम', दारुल उलूम ने जारी किया फतवा


हमारे देश में क्रिकेट प्रेमियों के लिए आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग का सीजन किसी त्योहारी सीजन की तरह होता है। इस समय आईपीएल का 16वां सीजन चल रहा है और लोग इसका खूब लुत्फ उठा रहे हैं। इसके साथ ही Dream11 जैसे कई ऐप हैं जहां यूजर्स पैसा लगाकर टीम बना सकते हैं।

इन सबके बीच अब देवबंद दारुल उलूम ने इसके खिलाफ फतवा जारी किया है। बता दें कि आईपीएल में ड्रीम11 जैसे ऐप पर पैसे लगाने को लेकर दारुल उलूम की ओर से कहा गया है कि ड्रीम इलेवन में खेलना और पैसा लगाना हराम है। यह एक जुआ है। बात यह है कि दारुल उलूम से पूछा गया था, 'आजकल आईपीएल चल रहा है और लोग ड्रीम टीम बनाकर ड्रीम 11 पर जोर-शोर से खेल रहे हैं और ड्रीम 11 में खिलाड़ी खरीदे जाते हैं, तो क्या ड्रीम 11 में पैसे रोके जाने चाहिए?' इसके जवाब में दारुल उलूम ने कहा कि 'जुआ खेलना और उस पर पैसा लगाना हराम है।'

ड्रीम11 क्या है?

ड्रीम11 की बात करें तो आईपीएल के दौरान कई ऑनलाइन ऐप यूजर्स को मैच के दौरान यूजर्स से कुछ पैसे लेकर अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की वर्चुअल टीम बनाने की सुविधा देते हैं। साथ ही मैच के बाद यूजर्स को उस टीम या खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर रिवार्ड प्वाइंट दिए जाते हैं।

गौरतलब है कि इन ऐप्स के हजारों-लाखों यूजर्स में से जिस वर्चुअल टीम का परफॉर्मेंस सबसे ज्यादा होता है, उसे सबसे ज्यादा प्वाइंट मिलते हैं। यह भी महत्वपूर्ण है कि ये रिवॉर्ड पॉइंट बाद में कैश में परिवर्तित हो जाते हैं। इसी तरह ड्रीम 11 भी एक ऐसा ही ऐप है और इस ऐप को लेकर फतवा जारी किया जा चुका है।

फतवा क्या है?

मुस्लिम मौलवियों के अनुसार इस्लाम से जुड़े किसी भी मुद्दे पर कुरान और हदीस के आधार पर जारी किए गए फरमान या आदेश को फतवा कहा जाता है। हालांकि यहां खास बात यह है कि हर मौलवी या इमाम फतवा जारी नहीं कर सकता है। फतवा हमेशा मुफ्ती ही जारी कर सकते हैं। आपको बता दें कि फतवा जारी करने वाले मुफ्ती बनने के लिए इस्लाम में शरिया कानून, कुरान और हदीस का गहन अध्ययन जरूरी है।

यहां एक महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत में किसी भी मुद्दे पर फतवा जारी करने का कोई मतलब नहीं है। फतवे केवल शरिया कानून द्वारा शासित देशों में महत्वपूर्ण हैं। भारत में कोई भी नियम या कानून भारतीय संविधान या प्रशासनिक निर्देशों के अनुसार बनाया जाता है।

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