सावन में शिवभक्तों पर महंगाई की मार, 7 से 8 गुना बढ़े फूलों के दाम !
वाराणसी। सावन के महीने में शिवभक्त बड़ी संख्या बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन -पूजन के लिए पहुंच है। सावन के सोमवार को लाखो की संख्या में शिवभक्त और कावड़ियों के आने की संभावना है। ऐसे में काशी में सावन के पहले सोमवार को लेकर फूलो की डिमांड काफी बढ़ गई है। फूल मंडियों में रविवार की भारी डिमांड के कारण फूल के दाम में करीब 7 से 8 गुना बढ़ोतरी हो गई। आम दिनों में 8 से 10 रुपए में बिकने वाले फूल के माले अब 70 से 80 रुपए में बिकने लगे है। यही वजह है की शिवभक्तों पर इस सावन महंगाई की मार पड़ रही है।
भगवान शिव पर चढ़ने वाले फूल के दाम छू रहे है, आसमान...
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को सबसे अधिक नीले,लाल और सफेद पुष्प पसंद है। इसके साथ पीले रंग में केनर का फूल देवी -देवताओं को काफी पसंद है। भगवन शिव पर भक्त धतूरे का फूल, शमी के फूल, पारिजात, मदार जैसे फूल ज्यादातर चढ़ाते है। वाराणसी में मदार पुष्प का माला 20 से 25 रुपए प्रति पीस, नीलकंठ पुष्प का माला 50 से 70 रुपए, धतूरा 300 रुपए प्रति किलो, बेलपात्र 200 से 250 रुपए प्रति किलो, गुलाब का माला 50 से 80 रुपए प्रति पीस बिक रहे है। फूल बेचने वाले मनोज कुमार माली के अनुसार फूलों की मंडी से निकलने के बाद दोगुने दाम पर फूल फुटकर में बेचे जाते है। वही उन्होंने बताया कि इस बार फूल के दाम में।करीब 7 से 8 गुना बढ़ गया है।
बरसात की वजह से फूलों का अवाक हुआ कम, डिमांड बढ़ने से बढ़े दाम
उत्तर प्रदेश सहित बिहार और एमपी में पूर्वांचल की सबसे बड़ी किसान फूल मंडी वाराणसी के मलदहिया में स्थित है। जहां सावन के महीने में फूलो की बढ़ी डिमांड ने दामों में काफी उछाल ला दिया है। गेंदे के फूल का माला आम दिनों में 10 रुपए प्रति पीस बिकते थे,लेकिन मौजूदा समय में यह 60 से 70 रुपए पहुंच गया है। इसी प्रकार कमल का फूल के दाम बढ़ाकर 10 से 15 रुपए प्रति पीस, जयमाला 200 रुपए, चमेली के फूल का माला 5 रुपए से 10 रुपए प्रति पीस मिल रहे है। फूलों के बढ़ते दाम को लेकर किसान फूल मंडी में फूलो के थोक विक्रेता विशाल दुबे ने बताया कि बारिश की वजह से फूलो की खेती पर काफी प्रभाव पड़ा है। एक तरफ जहां भीषण गर्मी से फूलो की खेती प्रभावित हुआ था, तो वही तेज बारिश ने फूलो के उपज को खराब कर दिया है। यही वजह है कि फूलो की डिमांड तो सावन में बढ़ गई, लेकिन फूलो का आवाक न होने से डिमांड को पूरा नही किया जा पा रहा है। जिसके कारण फूलों के दाम में इतना ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।
What's Your Reaction?