Himachal Pradesh: शिमला में तबाही का मंजर, समर हिल एरिया में भारी भूस्खलन, बचाव कार्य जारी

एक अधिकारी ने कहा कि बुधवार को शिमला के समर हिल इलाके में बड़े पैमाने पर भूस्खलन की सूचना मिली थी। घटना की खबर सामने आने के बाद खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया और खबर लिखे जाने तक खोजी कुत्ते और बचाव दल मौके पर मौजूद थे। घटना में किसी के हताहत होने या घायल होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। इससे पहले, मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने शिमला में भूस्खलन के बाद बचाव अभियान में सहायता के लिए एक ही उड़ान में सेना के 18 जवानों को एयरलिफ्ट किया था।

Himachal Pradesh: शिमला में तबाही का मंजर, समर हिल एरिया में भारी भूस्खलन, बचाव कार्य जारी

एक अधिकारी ने कहा कि बुधवार को शिमला के समर हिल इलाके में बड़े पैमाने पर भूस्खलन की सूचना मिली थी। घटना की खबर सामने आने के बाद खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया और खबर लिखे जाने तक खोजी कुत्ते और बचाव दल मौके पर मौजूद थे। घटना में किसी के हताहत होने या घायल होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। इससे पहले, मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने शिमला में भूस्खलन के बाद बचाव अभियान में सहायता के लिए एक ही उड़ान में सेना के 18 जवानों को एयरलिफ्ट किया था।

भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को एक बयान के माध्यम से बताया, "पश्चिमी वायु कमान के एक चिनूक हेलीकॉप्टर ने आज हिमाचल प्रदेश के शिमला के पास भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव प्रयासों के लिए एक ही उड़ान में 18 भारतीय सेना के जवानों और 3 टन के मिनी डोजर को एयरलिफ्ट किया।"

शिमला के कृष्णा नगर इलाके में 5 से 7 घर ढह गए

बता दें कि, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश का कहर जारी है, जिससे इमारतों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। मंगलवार को शिमला के कृष्णा नगर इलाके में भूस्खलन के बाद 5 से 7 घर ढह गए। अधिकारियों के अनुसार, कुछ निवासियों के मलबे में फंसे होने की आशंका थी और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य पुलिस के जवान बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे थे।

शिमला के एसपी संजीव गांधी ने पहले कहा, हमारा प्राथमिक ध्यान अधिक से अधिक लोगों को बचाना है। अब तक एक के हताहत होने की खबर है। सभी एजेंसियां लोगों की जान बचाने के लिए काम कर रही हैं। करीब 10-15 मकानों को खाली करा लिया गया है और उनमें रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। संपत्ति के नुकसान का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। 

भूस्खलन, बादल फटने और सड़क अवरुद्ध में 55 लोगों की जान गई

हिमाचल भर में जारी बारिश के कारण भूस्खलन, बादल फटने और सड़क अवरुद्ध होने से कम से कम 55 लोगों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रबंधन प्रयासों को और तेज करने के लिए मंगलवार को उच्चाधिकार प्राप्त समिति के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि, पिछले चार दिनों में बारिश में 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे राज्य में व्यापक क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि, कुल 1,220 अवरुद्ध सड़कों में से लगभग 400 को उनकी सामान्य स्थिति में बहाल कर दिया गया है। सीएम ने प्रतिकूल रूप से प्रभावित बिजली और पानी योजनाओं को तेजी से बहाल करने के निर्देश भी जारी किए।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow