टेंट सिटी में डेढ़ महीने और ठहर सकेंगे पर्यटक, गंगा का जलस्तर बढ़ते टेंट सिटी हटाए जाएंगे
वाराणसी में गंगा उस पर रेती पर बसी टेंट सिटी में सैलानी अभी डेढ़ महीने तक और रुक सकेंगे। इसे जून के पहले सप्ताह तक हटाने की योजना है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, जल्द ही एक समिति गठित की जाएगी, जो कि मई के अंतिम सप्ताह में पहाड़ों पर होने वाली बारिश पर निगाह रखेगी। समिति की रिपोर्ट पर टेंट सिटी से सामान समेटने का सिलसिला शुरू होगा। हालांकि, आगामी सितंबर से फिर टेंट सिटी बसाने की तैयारी है।गंगा का जलस्तर जैसे ही बढ़ेगा, वैसे बिजली निगम तार हटाएगा। नगर निगम सफाई की व्यवस्थ सुनिश्चित करेगा। सभी विभाग अपने संसाधन को सुरक्षित करने के लिए योजना के अनुसार काम करेंगे। दरअसल, बारिश व गंगा का जलस्तर बढ़ने से पहले टेंट सिटी बसाने वाली दोनों कंपनियों ने अपने संसाधनों को सुरक्षित करने की तैयारी कर ली है।
*पांच साल तक टेंट सिटी बसाने की जिम्मेदारी*
इन कंपनियों को विकास प्राधिकरण ने पांच साल तक टेंट सिटी बसाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इस बार जनवरी में टेंट सिटी बसाई गई थी। इसके जून के पहले सप्ताह तक संचालन की उम्मीद है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि 10 जून के बाद टेंट सिटी से सामान हटाने की तैयारी है। पहाड़ों पर होने वाली बारिश को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाएगा।
*टेंट के पास कचरे का ढेर होने का दावा*
दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाने वाली मोक्षदायिनी गंगा किनारे बसी टेंट सिटी को देखने के लिए अधिवक्ताओं का एक दल रविवार को वाराणसी पहुंचा। उनका दावा है कि टेंट सिटी के पास कचरे का ढेर पड़ा है। इसे बसाने के लिए जल शक्ति मंत्रालय और नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा व प्रदूषण नियंत्रण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया है।
पांच सदस्यीय दल के साथ आए एडवोकेट विजय चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि टेंट सिटी सात एकड़ में बसी है। इसके लिए अहमदाबाद की कंपनी से करार हुआ है। निरीक्षण में कमियां मिली हैं। इसके फोटोग्राफ लिए गए हैं। पूरी रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की जाएगी। मामले की सुनवाई दो मई को हो सकती है।
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